आयुर्वेद का इस्तेमाल पिछले काफी सालों से विभिन्न प्रकार की बीमारियों को ठीक करने के लिए किया जा रहा है और वर्तमान के समय में भी यह पॉपुलर ट्रीटमेंट है। आयुर्वेद के ऊपर लोगों का इतना विश्वास है कि वह इस पर आंख मूंद करके भरोसा करते हैं।
आयुर्वेदिक ट्रीटमेंट की सबसे खास बात यह होती है कि यह अपना काम करने में समय तो लेता है परंतु यह बीमारी को जड़ से खत्म कर देता है। इसलिए लोग बीमारी से हमेशा के लिए छुटकारा पाने के लिए आयुर्वेद का सहारा लेते हैं। आयुर्वेद में वजन बढ़ाने के लिए विभिन्न प्रकार की जड़ी बूटियों और दवा का जिक्र किया गया है।
मोटा होने की आयुर्वेदिक दवा
ऐसे लोग जो पतलेपन की समस्या से परेशान हैं और अपने पतलेपन के कारण हीन भावना से ग्रसित हो चुके हैं, वह मोटा होने के लिए आयुर्वेदिक दवा का इस्तेमाल कर सकते हैं क्योंकि आयुर्वेद में कुछ ऐसी दवाई बनाई गई है जो आदमी को बिना कोई साइड इफेक्ट दिए हुए मोटा बना सकती हैं।
इसके लिए बस व्यक्ति को आयुर्वेदिक मोटा होने की दवा का नाम पता होना चाहिए। इस आर्टिकल में हमने मोटा होने की पांच आयुर्वेदिक दवा के नाम आपको बताए हैं जिनमें से किसी भी दवा का इस्तेमाल आप मोटा होने के लिए कर सकते हैं।
1: चवनप्राश
मोटा होने के लिए आप चवनप्राश का सेवन कर सकते हैं, जिसका निर्माण पतंजलि, डाबर, हिमालया और दूसरी पॉपुलर आयुर्वेदिक दवाइयां बनाने वाली कंपनी करती है। चवनप्राश का निर्माण करने में प्राकृतिक जड़ी बूटियों का इस्तेमाल किया जाता है।
इसका सेवन अगर आप दैनिक तौर पर करते हैं तो यह आपकी मांसपेशियों को स्ट्रांग बनाता है, साथ ही हड्डियों को भी अंदर से मजबूत बनाने का काम करता है। इसके अलावा चवनप्राश के अंदर पाए जाने वाले पौष्टिक तत्व इम्यून सिस्टम को भी तेज करने का काम करते हैं, साथ ही अगर आप इसका सेवन रोजाना करते हैं तो यह आपके वजन को बढ़ाने में भी सहायक साबित होता है।
इसे शक्ति वर्धक टॉनिक कहा जाता है, जिसका इस्तेमाल महिला और पुरुष दोनों ही कर सकते हैं। अगर आप सुबह और शाम दो चम्मच दूध के साथ चवनप्राश का सेवन करते हैं तो यह ब्लड सरकुलेशन को बॉडी में बेहतर बनाने का काम करता है जिससे आप काफी चुस्त-दुरुस्त महसूस करते हैं। इसकी कीमत भी नॉर्मल ही होती है। इसलिए हर कोई इसे आसानी से खरीद सकता है और इस्तेमाल कर सकता है।
2: वसंत कुसुमाकर रस
वसंत कुसुमाकर रस भी वजन बढ़ाने की बहुत ही तगड़ी दवाई है और आयुर्वेदिक दवाई होने के नाते इसका कोई भी साइड इफेक्ट नहीं है। यह मार्केट में आपको पाउडर और टेबलेट के तौर पर मिल जाती है।
हालांकि हम आपको बता दें कि इसका सेवन करने से पहले आपको डॉक्टर से सलाह अवश्य लेनी चाहिए। बॉडी में जाने के बाद यह खून की कोशिकाओं को मजबूती प्रदान करती है, साथ ही यह दिमाग की याददाश्त शक्ति को तेज करती है।
इसके अलावा यह त्वचा में ब्राइटनेस लाने का काम करती है, साथ ही बॉडी की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़िया करती है और धीरे-धीरे बॉडी को मोटा बनाने का काम करती है। इसलिए जो लोग पतले हैं और अपने पतलेपन से छुटकारा पाना चाहते हैं उन्हें इसका सेवन करना चाहिए।
इसका सेवन आपको सुबह और रात के टाइम करना चाहिए। इसका सेवन शहद के साथ करना बढ़िया माना गया है। यह भी आपको आसानी से किसी भी मेडिकल स्टोर पर या फिर आयुर्वेदिक स्टोर पर प्राप्त हो जाएगी। बैद्यनाथ और डाबर जैसी प्रसिद्ध आयुर्वेदिक कंपनी वसंत कुसुमाकर रस बनाती हैं।
3: अश्वगंधा चूर्ण
अश्वगंधा चूर्ण को भी पॉपुलर आयुर्वेदिक कंपनियां बनाती हैं। हालांकि हमारी नजरों में पतंजलि का अश्वगंधा चूर्ण सबसे बढ़िया माना जाता है। अश्वगंधा का इस्तेमाल काफी समय से ही शारीरिक कमजोरियों को दूर करने के लिए किया जा रहा है और वर्तमान के समय में इसका इस्तेमाल लोग अपने वजन को बढ़ाने के लिए कर रहे हैं।
अश्वगंधा एक आयुर्वेदिक जड़ी बूटी होती है जिसे पीस करके इसका पाउडर बनाया जाता है। इसके पाउडर का सेवन अगर आप दूध के साथ लगातार तीन महीने तक कर लेते हैं, तो निश्चित ही आपका वजन बढ़ जाएगा और अगर आप पाउडर का सेवन करने के साथ ही साथ हाई कैलोरी डाइट लेते हैं तो आप जैसा वजन चाहते हैं वैसा वजन आपको प्राप्त हो जाएगा।
4: शतावरी चूर्ण
मुख्य तौर पर शतावरी चूर्ण प्रेग्नेंट हो चुकी महिलाओं के लिए बहुत ही लाभकारी माना जाता है। यह प्रेग्नेंट महिलाओं को ताकत देने का काम करता है और उन्हें स्वस्थ बनाता है, साथ ही उनके बच्चे को भी स्वस्थ बनाता है। इसके अलावा इसका सेवन अगर व्यक्ति करता है तो यह बॉडी में डिहाइड्रेशन की प्रॉब्लम भी पैदा नहीं होने देता है।
शतावरी चूर्ण खाने से आपका वजन तो बढ़ता ही है साथ ही यह पाचन तंत्र को भी बढ़िया बनाता है और कब्ज, एसिडिटी तथा गैस की प्रॉब्लम नहीं होने देता है।
शतावरी चूर्ण को खा कर के अपने वजन को बढ़ाने के लिए आपको इसका सेवन दूध के साथ करना चाहिए। बेहतर रहेगा कि आप अश्वगंधा और शतावरी चूर्ण का सेवन एक साथ करें। ऐसा करने से आपको पॉजिटिव रिजल्ट जल्दी प्राप्त हो जाएंगे।
5: यष्टिमधु
यष्टिमधु भी वजन बढ़ाने के लिए काफी सहायक साबित हो सकती है। कोई व्यक्ति अगर कमजोरी का सामना कर रहा है अथवा उसकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर है, तो यष्टिमधु का सेवन करके वह अपनी इस कमजोरी को दूर कर सकता है।
यष्टिमधु का सेवन करने से यह बॉडी के स्टैमिना को तेज करता है और शरीर की छोटी-मोटी समस्याओं को भी कम करता है, साथ ही शरीर की कमजोरी को दूर भगाता है।
कुल मिलाकर यह बॉडी की पाचन शक्ति को तेज करता है जिससे आप जो भी खाना खाते हैं उसका पाचन सही से होता है और खाने के सभी रस आपकी बॉडी को मिलते हैं, जिससे आपका वजन भी बढता है और शरीर में नई जान और जोश भी आता है।
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